उत्तर भारत के लिए एक बार फिर नई ट्रेनें चलाने की मांग बढ़ी
मुंबई। रेल मंत्रालय जहां एक तरफ हाइड्रोजन ट्रेन, वंदे भारत और बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद में जुटा हुआ है। यहां तक कि वंदे भारत ट्रेन की शुरुवात भी हो गई है। वहीं देश के सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र वाले राज्य उत्तर प्रदेश के लिए बुधवार को घोषित किए गए आम बजट में मुंबई से एक भी दैनिक ट्रेन न चलाने के कारण उत्तर भारत और बिहार के लोगों को निराशा हाथ लगी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि रेलवे को इस बार सबसे बड़ा बजट मिला है। उसके बाद भी रेलवे को सबसे अधिक मुनाफा देने वाले राज्य उत्तर प्रदेश को निराशा हाथ लगी है।
ज्ञात हो कि मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए महानगरी, गोदान, कामांयनी, काशी एक्सप्रेस, पुष्पक, अवध एक्सप्रेस, गोरखपुर एक्सप्रेस, गोरखपुर सुपर फास्ट, राजेंद्र नगर पटना, जनता एक्सप्रेस और कोलकाता एक्सप्रेस जैसी कुछ अन्य ट्रेनें चलाई जा रही है। इसी तरह आधा दर्जन के करीब साप्ताहिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। खास बात यह है कि गर्मी की छुट्टियों में अप्रैल और मई महीने में उत्तर भारत की ओर चलाई जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को भेंड़ बकरियों की तरह यात्रा करनी पड़ती। ऐसे में मौजूदा समय में उत्तर भारत और बिहार की ओर चलाई जाने वाली ट्रेनें यात्रियों की इस भारी भरकम भीड़ के आगे ऊंट में जीरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
राकांपा मुंबई प्रदेश के सचिव संजीव उपाध्याय ने बताया कि एक ओर रेलमंत्री वंदे भारत ट्रेन के लिए नए कोच फैक्ट्री पर जोर दे रहे हैं। यहां तक कि रेलवे को 2.41लाख करोड़ का सबसे बड़ा बजट इस बार मिला है। उसके बाद भी रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने उत्तर भारत और बिहार के लोगों की रेल समस्या को सुलझाने का प्रयास तक न किया।न ही उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए किसी नई ट्रेन को शुरू किए जाने की घोषणा ही की। संजीव उपाध्याय के अनुसार कोरोना के बाद से अब देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
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पिछले कुछ सालों से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए नई दैनिक ट्रेन न चलाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला सचिव सुरेंद्र सिंह ( झिंटू) ने कहा कि रेल मंत्रालय हाइड्रोजन ट्रेन, भारत गौरव यात्रा ट्रेन और बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद में जुटा हुआ है लेकिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, गोरखपुर के लिए एक भी दैनिक ट्रेन चलाने के बारे में घोषणा न कर सका। यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है। राकांपा नेता सुरेंद्र सिंह ( झिंटू) ने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से मांग की है कि उत्तर भारत की ट्रेनों में यात्रियों की होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए जल्द ही दैनिक ट्रेन चलाने की घोषणा करें। इसके अलावा गर्मी की छुट्टियों में ज्यादा से ज्यादा विशेष गाड़ी चलाने की मांग सिंह ने की है।