मुंबई। मुंबई टीडीएफ ने गर्मी की छुट्टी में शिक्षक विशेष ट्रेन चलाने के लिए मध्य रेल के महाप्रबंधक को पत्र लिखा है। इस पत्र में मुंबई टीडीएफ के अध्यक्ष जनार्दन जंगले और मुंबई टीडीएफ के मार्गदर्शक और मुंबई के पूर्व उप महापौर बाबूभाई भवानजी ने कहा है कि हर साल गर्मी की छुट्टियों के दौरान मुंबई के हजारों शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी अपने परिवार के साथ अपने गांव उत्तर प्रदेश जाते हैं। रेलवे विभाग द्वारा मई के पहले सप्ताह में मुंबई से वाराणसी और वहां से जून महीने में वापसी के लिए शिक्षक स्पेशल ट्रेन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ।परंतु इस साल अभी तक रेल विभाग ने शिक्षक स्पेशल ट्रेन की समय सारिणी की घोषणा नहीं की है जिससे शिक्षक चिंतित हैं । हमारी मांग है कि शिक्षक स्पेशल ट्रेन का शेड्यूल जल्द जारी किया जाये ।
उन्होंने आगे लिखा है कि ट्रेन का शेड्यूल घोषित होने पर शिक्षकगण अप्रैल के अंतिम सप्ताह में टिकट आरक्षित कराते हैं और अपनी यात्रा की प्लानिंग करते हैं। शिक्षकगण इस बारे में रेल विभाग की घोषणा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हर साल ट्रेन की सुविधा उपलब्ध कराने वाली केंद्र सरकार इस बार शिक्षकों की अनदेखी कर रही है।*उन्होंने लिखा है कि उत्तर भारत की ओर जानेवाली सभी ट्रेनों में हमेशा भीड़ रहती है। इसलिए लोग तीन महीने पहले अपना टिकट बुक कराते हैं। स्पेशल ट्रेन की समय पर घोषणा नहीं हुई और दूसरी ट्रेन का टिकट नहीं मिला तो शिक्षक गांव कैसे जाएंगे ?
दोनों नेताओं ने कहा है कि ऐसी स्थिति में जबकि साधारण टिकट भी मिलना मुश्किल हो रहा है, मुंबई मनपा और विभिन्न माध्यम के स्कूलों में काम करने वाले पच्चीस हजार से ज्यादा उत्तर भारतीय शिक्षकों और कर्मचारियों को आरक्षित टिकट की व्यवस्था करना कठिन हो रहा है । कोरोना संकट के चलते कई शिक्षक पिछले कई साल से अपने परिवार के साथ गांव नहीं जा पाए हैं। मई के महीने में शादियों और अन्य पारिवारिक कार्यक्रमों में उनकी उपस्थित जरुरी रहती है। उन्होंने लिखा है कि जल्द ट्रेन का शेड्यूल घोषित होने पर जून महीने में मुंबई वापसी के टिकट की व्यवस्था करने में भी आसानी होगी ।अतः शिक्षक विशेष ट्रेन का शेड्यूल तुरंत घोषित किया जाए ताकि शिक्षक गण निश्चिन्त होकर गांव जाने की तैयारी कर सके।