इवोडब्लू की पुलिस जल्द दायर करेगी चार्जशीट
मुंबई। भाजपा सांसद किरीट सोमैया के खिलाफ युद्धपोत आईएनएस विक्रांत की बहाली के लिए एकत्र किए गए धन को कथित रूप से ठगने के मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) इस महीने के अंत में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।किरीट सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया के खिलाफ 7 अप्रैल 2022 को एक शिकायत के आधार पर ट्रॉम्बे पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।बताया जाता है की आईएनएस विक्रांत की बहाली के लिए सोमैया ने 57 करोड़ रुपये एकत्र किए थे।
सूत्रो के अनुसार इस मामले में अपनी गिरफ्तारी के भय से पिता-पुत्र की जोड़ी ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।जिसमे उन्हें गिरफ्तारी से पहले जमानत मिल गई थी और अदालत ने उन्हें ईओडब्ल्यू के सामने पेश होने के लिए कहा था।जो इस मामले की जांच कर रही थी।सोमैया ने अपनी अग्रिम याचिका के साथ एक पत्र दिया था जिसमें कहा था कि उन्होंने लगभग 12 हजार रुपये एकत्र किए थे।जो वे राज्यपाल के पास जमा करना चाहते थे हालांकि,इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उसने आखिरकार उक्त पैसा जमा कर दिया था।एक अधिकारी के मुताबिक इसके अलावा पुलिस को अतीत में सोमैया के कुछ ट्वीट्स भी मिले हैं जिसमें उन्होंने उनके द्वारा एकत्र की गई राशि का उल्लेख किया था।जांच करने वाले एक अधिकारी ने यह भी बताया कि अब तक उनके पास इस बात के सबूत हैं कि सोमैया ने आईएनएस विक्रांत के जीर्णोद्धार के नाम पर धन एकत्र किया था।सोमैया ने ही पुलिस को बताया है की उक्त पैसा सरकार तत्कालीन सरकार के पास जमा कर दिया गया है लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है।
किरीट सोमैया ने पहले सवाल किया था कि मुंबई पुलिस ने कैसे कहा कि उन्होंने युद्धपोत की मरम्मत के लिए 58 करोड़ रुपये एकत्र किया है।जबकि इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि 'शिकायतकर्ता ने मीडिया में आई खबरों के आधार पर रकम का जिक्र किया था। उक्त अधिकारी के अनुसार किरीट ने युद्धपोत की बहाली के नाम पर 100 रुपये भी लिए हो और उसका दुरुपयोग किया हो,तो फिर भी यह धोखाधड़ी के समान होगा।मुंबई पुलिस ने पहले तीन दिनों की अवधि में सोमैया और उनके बेटे का बयान दर्ज किया था और उनके अपराध के विभिन्न पहलुओं के बारे में पूछताछ की थी।अधिकारी ने कहा है कि अब तक जो सबूत मिले हैं।उसके आधार पर वे इस महीने के अंत तक इस मामले में चार्जशीट दाखिल करेंगे।इस सन्दर्भ में किरीट सोमैया के वकील विवेकानंद गुप्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं है,यह कानूनी प्रक्रिया है,जब भी चार्जशीट दाखिल होगी तो हमे पुलिस द्वारा नोटिस दी जाएगी।
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