मुंबई। वर्ष 1975से मुंबई और थाने में रहने वाले उत्तर भारतीय शिक्षकों के लिए उनके गांव जाने के लिए शिक्षक विशेष ट्रेन मई माह में चलाई जाती है। उक्त शिक्षक विशेष ट्रेन दो और तीन मई को वाराणसी के लिए चलाई जाती है। लेकिन पिछले दो साल से कोरोना के कारण यह ट्रेन बंद कर दी गई थी। लेकिन अब जबकि सब कुछ सामान्य हो गया है ऐसे में शिक्षकों की सुविधा के लिए आगामी दो और तीन मई को पुनः शिक्षक विशेष ट्रेन चलाए जाने की मांग तेज हो गई है।
बता दें कि मुंबई और थाने में पूर्वांचल के बड़ी संख्या है शिक्षक रहते हैं। जिसके कारण गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षक वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, आजमगढ़ और भदोही के लिए जाते हैं। ऐसे में शिक्षकों की सुविधा के लिए शिक्षक विशेष ट्रेन आगामी दो और तीन मई को चलाने की मांग शिक्षक विधायक कपिल पाटिल की ओर से बुधवार को मध्य रेल के महाप्रबंधक से की गई है। इसके अलावा अनेक नेताओं की ओर से भी शिक्षक विशेष ट्रेन चलाने की मांग की गई है। शिक्षक संगठनों के अनेक नेताओं ने रेल मंत्री राव साहेब दानवे और मध्य रेल के महाप्रबंधक से मांग की है
कि पिछले साढ़े चार दशक से शिक्षक विशेष ट्रेन मई माह के प्रथम सप्ताह में वाराणसी के लिए चलाई जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण पिछले दे साल से यह ट्रेन नहीं चलाई गई। अब सब कुछ सामान्य हो गया है ऐसे में ज्ञान का दीपक जलाने वाले शिक्षक वर्ग की सुविधा के लिए आगामी दो और तीन मई को दादर या कुर्ला लोकमान्य तिलक टर्मिनस से वाराणसी के लिए शिक्षक विशेष ट्रेन चलाई जाय। इसके अलावा नौ और दस मई को वापसी में इस ट्रेन को वाराणसी से दादर या कुर्ला टर्मिनस के लिए छोड़ा जाए।
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