
मुंबई :विश्व में मिशनरियों के बाद यदि किसी ने निःस्वार्थ सेवा का व्रत लिया है, तो वह रोटरी क्लब या रोटरी इंटरनेशनल फाउंडेशन नामक धर्मार्थ संगठन है। आज विश्व के सामने सबसे बड़ा मुद्दा पर्यावरण और बदलती जलवायु तथा इससे उत्पन्न होने वाली समस्याएं हैं।
आज हर दिन बदल रहे जलवायु परिवर्तन का असर पर्यावरण पर पड़ने लगा है और सबसे ज्यादा मार प्रकृति पर पड़ रही है। बेमौसम बारिश, बढ़ती ठंड और बढ़ते तापमान का असर मुख्य रूप से मानव जीवन और जानवरों पर पड़ रहा है। विभिन्न बीमारियों का फैलना इसका एक हिस्सा है। इसलिए, यदि हर भारतीय अपने घर के आंगन में कम से कम एक पेड़ लगाए और उसकी देखभाल करे, तो ही आने वाली पीढ़ी खुलकर सांस ले पाएगी और स्वास्थ्य को बढ़ाकर स्वस्थ जीवन जी पाएगी। इसके लिए पेड़ लगाएं। समुद्र को साफ रखने में अहम भूमिका निभाने वाले नमक के दलदलों को संरक्षित किया जाना चाहिए। यह अपील रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष संकू यूं ने मुंबई में की। मुंबई दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने पेड़ों के महत्व और जीवन पर टिप्पणी करते हुए उक्त अपील की। उन्होंने बंगलौर के एक पर्यावरणविद् की प्रशंसा की, जिन्होंने दस लाख पेड़ लगाने के उनके संकल्प के आधे से अधिक पेड़ लगाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस अवसर पर रोटरी मुंबई जिला 3141 के गवर्नर राजन दुआ, रोटरी इंटरनेशनल डायरेक्टर राजू सुब्रमण्यम, पूर्व गवर्नर राजेंद्र अग्रवाल और अन्य गणमान्य उपस्थित थे। रोटरी इंटरनेशनल एक वैश्विक स्वयंसेवी संगठन है जो शांति, सदभाव और सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस संगठन के माध्यम से विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक और स्वास्थ्य देखभाल सहायता गतिविधियाँ कार्यान्वित की जाती हैं। दुश्मन और आतंकवादियों की गोलियों से शहीद हुए वीर सैनिकों की विधवाओं और परिवारों के लिए सरकार आश्रय प्रकल्प या आश्रय स्थल नहीं बना रही है। इस समय इस संगठन द्वारा देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सैनिकों की विधवाओं और परिवारों के लिए मुंबई के चेंबूर इलाके में साढ़े चार करोड़ की लागत से आवास परिसर आश्रय प्रकल्प बनाया जा रहा है। यह जानकारी राजन दुआ ने दी। पूरी दुनिया में युद्ध के बादल छाए हुए हैं। इस समय रोटरी इंटरनेशनल दुनिया में शांति स्थापित करने और उसे बनाए रखने के लिए काम कर रहा है। रोटरी इंटरनेशनल के हज़ारों शांतिदूत या शांति विशेषज्ञ दुनिया भर के 38 शहरों में सेवा देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए इन सभी स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है और संगठन का उन पर पूरा ध्यान है। रोटरी विश्व से पोलियो और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को मिटाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। यह न केवल एशिया में बल्कि अफ्रीका जैसे पिछड़े महाद्वीपों में भी बीमारियों को मिटाने के लिए काम कर रहा है। यह रोगी देखभाल सहायता सेल के माध्यम से पोलियो और कैंसर जैसी बीमारियों के उपचार के तरीकों पर काम करके अपने सामाजिक ऋण को चुकाने की कोशिश भी कर रहा है।
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