गरिबो को बाटे जाने वाले सरकारी अनाज की होती थी कालाबाजारी
मुंबई। गोवंडी के 44/ई राशनिंग कार्यालय के अधीन सरकारी अनाज निजी इको कार में भरकर दूसरे को बेचने का काम करने वालो के खिलाफ जानकारी मिलते ही राशनिंग विभाग के अधिकारियो की शिकायत पर तीन राशनिंग माफियाओ के खिलाफ गोवंडी शिवाजी नगर पुलिस ने मामला दर्ज किया हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोवंडी शिवाजी नगर के लोटस कॉलोनी में सरकारी राशनिंग की एक दूकान है।जिसका नंबर है 44/ई/48 है।बताया जाता है की 28 जनवरी को दोपहर 3 बजे के करीब एक महिला समाजसेविका ने देखा की उपरोक्त दूकान के सामने मारुती इको कार क्रमांक एम.एच.06-ए जेड.3180 में कुछ लोग सरकारी अनाज को भरकर किसी दूसरे के पास ले जाकर बेचने के फिराक में है।इस जानकारी को उक्त महिला ने 44/ई के आर ओ बताया।उसके बाद 44/ई के आर ओ मतलब वरिष्ठ राशनिंग अधिकारी जगन्नाथ सानप अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए।वह और उनकी टीम ने जब मौके पर मौजूद लोगो से इको कार में भरे गए अनाज के सन्दर्भ में जांच पड़ताल की तो सभी हक्के बक्के रहे गए।कोई भी उन अधिकारियो को उचित जानकारी नहीं दिया।उसके बाद इन अधिकारियो ने शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन पहुंच कर नियमानुसार शिकायत दर्ज कराई है।सूत्रो का कहना है की पुलिस ने इस मामले में के बी उस्मानी,सुरेश गोणे व अमरजीत गुप्ता के खिलाफ अपराध क्रमांक 77/2024 भादवी 3,7 व 8 तहत मामला दर्ज किया है।सूत्र बताते हैं की उपरोक्त चावल की बोरियां गरीबो में वितरित ना कर किसी दुकानदार अथवा किसी मिल वाले को बेचने की योजना थी।जिसकी जांच पड़ताल के लिए पुलिस ने इको कार चालक को हिरासत में लिया है।इस मामले की अधिक जांच शिवाजी नगर पुलिस थाने के पुलिस सब इंस्पेक्टर तुसार देशपांडे व उनकी टीम कर रही है।स्थानीय समाजसेवकों ने कहा की है की इस मामले में सरकारी अनाज की कालाबाजारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई कर उनकी दूकान को सस्पेंड किया जाए।भविष्य में उपरोक्त कालाबाजारियों को कभी सरकारी दूकान का एलाटमेंट ना किया जाए।
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