दो सगे मुस्लिम भाइयो व उनके मालिक की कर दी पिटाई
मुंबई। सरकारी राशन की गाडी चलाने वाले दो सगे मुस्लिम भाइयो व उनके मालिक की सायन अस्पताल में घुसकर की गई पिटाई का मामला अब गरमा गया है।पिटाई करने वाले लोगो में बजरंगदल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओ का हाथ बताया जाता है।
गौरतलब है की 31 मई को शाम में रियाज अकबर खान नामक युवक सरकारी राशन की गाडी का राशन शाहू नगर पुलिस की हद के दूकान नंबर 128 पर राशन खाली करवा रहा था।जहां दूकान क्रमांक 98 का मालिक ब्रम्हदेव गुप्ता,लालजी गुप्ता,ब्रह्मदेव का छोटा भाई,लालजी का छोटा भाई अपने साथियो के साथ पहुंच कर हमाल पिंटू और राजू के साथ मारपीट करने लगे।जिनका बचाव करने के लिए जब रियाज खान पहुंचा तो उसकी भी उन लोगो ने जमकर पिटाई की।गंभीर जख्मी हुए रियाज,पिंटू और राजू जब मेडिकल के लिए सायन अस्पताल पहुंचे तो वहां भी 8 से 10 आरोपियों ने पहुंच कर अस्पताल के अंदर रियाज,शाहरुख,पिंटू और राजू की पिटाई किए।जोकि सायन अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में दर्ज है।उक्त अवसर पर सायन अस्पताल पहुंचे अनिल गुप्ता उनके भाई रिंटू व बेटा अमित की भी आरोपियों ने अस्पताल परिसर में ही पिटाई की है।गंभीर घायल अनिल गुप्ता को घटना के बाद माहिम के रहेजा अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां वह 9 जून तक भर्ती थे।जहां इलाज के दौरान उनके बांए पैर में फैक्चर होने के चलते स्टील रॉड डाला गया है।अनिल ने बताया की अस्पताल में सायन पुलिस स्टेशन का एक पुलिस कर्मचारी आकर उनका जवाब भी लिया था लेकिन घटना के 10 दिन बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।जब वह खुद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर पुलिस स्टेशन आए तो भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।क्योंकि ब्रम्हदेव गुप्ता बजरंग दल का माटुंगा जिला अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद का कार्यकर्ता है।अनिल का यह भी आरोप है की शाहू नगर और सायन पुलिस पूरी तरह से आरोपियों से मिली हुई है।पुलिस कहती है की अगर मामला दर्ज कराओगे तो हम आरोपियों की शिकायत पर आपके खिलाफ भी सेम मामला दर्ज करेंगे ! इस मामले में पीड़ित ट्रक ड्राइवर रियाज खान व अनिल गुप्ता ने लिखित शिकायत मुंबई पुलिस आयुक्त,जोन 4 के पुलिस उपायुक्त,माटुंगा विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त को देकर न्याय की गुहार लगाई है।अनिल ने मांग की है की शाहू नगर,सायन पुलिस स्टेशन व सायन अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच करे तो इस पुरे प्रकरण की सच्चाई सामने आ जाएगी।इस घटना के प्रकाश में आते ही पुलिस प्रशासन पर जहां लोग अंगुली उठ रही है वही पीडितो में खौफ का माहौल है और आरोपी सब बेख़ौफ़ घूम रहे हैं क्योंकि वे सभी बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता है।जिसके चलते पुलिस उनके खिलाफ कार्यवाई करने की जहमत नहीं उठा रही है।
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