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Writer's pictureRavi Nishad

बकरा ईद के लिए शासन प्रशासन मौन क्यों ?

बकरीद में बुनियादी सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग।

मुंबई।

हर साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एक बैठक बुलाते हैं जिसमें कानून और व्यवस्था और अन्य बुनियादी मुद्दों के लिए उप मुख्यमंत्री के साथ-साथ पुलिस विभाग, दे नार स्लिटर हाउस ईद अलाई के मद्देनजर देव नर स्लिटर हाउस में सुविधाएं, विभाग और मिनरलिया के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।इस बैठक के अलावा,बकरी और मवेशी व्यापारियों और संगठनों के पदाधिकारियों को भी उनकी समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उसके अनुसार कार्य करने के लिए आमंत्रित किया गया है।ऑल महाराष्ट्र कटिंग एसोसिएशन और पब्लिक ट्रस्ट के अध्यक्ष,तेल ताज़े को मुख्यमंत्री,एकना के रूप में नियुक्त किया गया था।इससे होगा यह कि बैठक देर से होने पर देवतर में बकरियों के आने तक कई काम चलते रहेंगे,जिससे बकरा व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.चूंकि नेंडर प्रक्रिया में बहुत समय लगता है,इसलिए ध्यान रहे कि देवनार में देश के कोने-कोने से उच्च नस्ल की बकरियां बिकने के लिए आती हैं और रास्ते में हिंदू संगठन बकरी गाड़ियों को रोकते हैं और उनसे पैसे वसूलने के लिए उन्हें परेशान करते हैं वे कानून की आड़ में बकरियों की जब्ती करते हैं.मुख्यमंत्री की बैठक में भी बकरी व्यापारी और बड़े बकरी व्यापारी अपनी बात रख सकेंगे,इसलिए यह बैठक होनी ही चाहिए.

अकील ताडे

उन्होंने पत्र लिखकर बकरा ईद को लेकर जल्द से जल्द बैठक बुलाने की मांग की है. सरकार की ओर से एक बैठक बुलाई गई थी.जिसमें मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री, नगर आयुक्त,सचिव,निदेशक,प्रधान महासचिव सचिव भी शामिल हो।बकरियों के संबंध में तो कुछ भी सुनने को नहीं मिलता।इसके अलावा दीन तार को प्रबंधन, स्वच्छ जल सुरक्षा,अग्नि सुरक्षा,मनुष्यों और जानवरों के लिए चिकित्सा सुविधा जैसे कई कार्य करने होते हैं। पहले भी शीला पर बैठक बनाने की प्रक्रिया बरसात के मौसम में होती थी तो बरसात हो जाती थी।महाराष्ट्र के पुलिस मंत्री मई प्लेस कश्तर का बीना,मंत्री सरप्रस्त डेबियन,सलामत हाउस के महाप्रबंधक,मुस्लिम विधायक और देवनार स्लॉटर हाउस को आमंत्रित किया गया है।इस बार मीटिंग जल्दी रखना ज़रूरी है क्योंकि बड़ी उम्र वालों के कान में एक बात डालने की समस्या आ खड़ी हुई है

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