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शिक्षण महर्षि और प्रधानाचार्य के नाम पर चौक का नामकरण

Writer's picture: BB News LiveBB News Live


मुंबई। चेंबूर के सिंधी सोसायटी में बीना नाम के रोड को एक नाम और उसकी पहचान मिल गई। इसे उमरशी बाप्पा चौक से स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल एवं कॉलेज जाने का मुख्य मार्ग माना जाता है। पूर्व शिक्षकों और विधार्थियों का संगठन, विवेकानंद ज्योति संघ द्वारा इस रोड का नामकरण पूर्व प्रधानाचार्य बी. डी. उपाध्याय के नाम पर किया गया। रविवार को भाजपा की नगरसेविका आशा ताई मराठे के हाथों चौक के फलक का अनावरण किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ -साथ वर्तमान व पूर्व विद्यार्थी मौजूद थे। 


मिली जानकारी के अनुसार चेंबूर के स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल एवं जूनियर कॉलेज (हिंदी माध्यम) के लोकप्रिय पूर्व प्रधानाचार्य स्व.बी.डी.उपाध्याय के नाम पर सिंधी सोसायटी में एक चौक का नामकरण बृहन्मुंबई महानगर पालिका द्वारा स्वीकृत किया गया। जिसका रविवार को गाजे बजे के साथ 

भाजपा की नगरसेविका आशा ताई मराठे के हाथों अनावरण किया गया। अब इस चौक को ‘प्रिंसिपल बी.डी.उपाध्याय चौक’ के नाम से जाना जायेगा। स्व.उपाध्याय विद्यालय के स्थापना वर्ष 1962 से लेकर 1992 तक प्रधानाचार्य रहे थे। 


विवेकानंद एज्युकेशन सोसाइटी (वी ई एस ) द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल एवं जूनियर कॉलेज की स्थापना स्व. हाशु अडवाणी ने किया था। इस विद्यालय से हिंदी माध्यम में शिक्षा ग्रहण कर विधार्थियों ने देश और विदेशों में विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। पिछले वर्ष लोकप्रिय प्रधानाचार्य उपाध्याय का देहांत हुआ था, उनके श्रद्धांजलि कार्यक्रम के अवसर पर संस्था के पूर्व शिक्षकों और विद्यार्थियों के संगठन ‘विवेकानंद ज्योति संघ’ (पंजीकृत ट्रस्ट) द्वारा उनकी स्मृति में चौक के नामकरण का प्रस्ताव रखा गया था।‘विवेकानंद ज्योति संघ’ के अध्यक्ष और विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य अशोक वशिष्ठ ने बताया कि ‘प्रिंसिपल बी.डी.उपाध्याय चौक’ का औपचारिक नामकरण  31 जुलाई 2022 को किया गया। इस अवसर पर वीईएस के अध्यक्ष  सुरेश मलकानी, आशाताई मराठे, प्रभाग समिति अध्यक्ष महादेव शिवगण, पूर्व बेस्ट समिति अध्यक्ष अनिल पाटणकर, नगरसेवक राजेश फुलवारिया, पूर्व नगरसेविका राजश्री पलांडे , विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य एच. एस. उपाध्याय, डाॅ.ए.के.सिंह के अलावा अन्य शिक्षक मौजूद थे। बड़ी संख्या में वर्तमान व पूर्व विद्यार्थी कार्यक्रम में मौजूद थे।

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