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Writer's pictureRavi Nishad

बुलडाणा कलेक्टर के खिलाफ आंदोलन

बुलढाणा जिलाधिकारी डॉ.किरण पाटील पर रिश्वतखोरी के आरोप.


बुलढाणा: बुलढाणा जिले के नांदुरा-मलकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 25 से अधिक अवैध बायोडीजल बिक्री और भंडारण केंद्र चल रहे हैं।इन केंद्रों में ज्वलनशील पदार्थों का भंडारण हो रहा है। जिससे आग लगने की संभावना रहती है।इन केंद्रों में बिना जीएसटी के बायोडीजल बेचा जा रहा है। जिससे सरकार को बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हो रहा है।नागरिकों ने कई बार इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ शिकायतें,प्रदर्शन और भूख हड़ताल की,लेकिन कार्रवाई न होने से जनता में नाराजगी है।


बताया जाता है की 7 अक्टूबर 2024 को मलकापुर और नांदुरा तहसील कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि उच्च अधिकारियों को रिश्वत दी जा रही है। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही।उक्त मामले को लेकर बार-बार शिकायतें करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ,ऐसा प्रदर्शनकारियों का कहना है।

दैनिक जागृति के संपादक वहीद खान ने बुलढाणा के जिलाधिकारी डॉ.किरण पाटील से संपर्क कर 26 सितंबर 2024 को बुलढाणा कलेक्टर के पत्र के बारे में पूछा,जिसमें नांदुरा-मलकापुर क्षेत्र के संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। आरोप है कि इस सवाल के जवाब में डॉ.किरण पाटील ने संपादक को धमकाने की कोशिश की।

अधिकारियों पर यह भी आरोप है कि 25 बायोडीजल केंद्रों से हर महीने दो लाख रुपये की रिश्वत इकट्ठा की जाती है और कुल मिलाकर 50 लाख रुपये डॉक्टर किरण पाटील को दिए जाते हैं। जिसकी पुरे जिले में जोरशोर से चर्चा है।बताया जाता है की जिले में अवैध धंधे,रेत तस्करी,और अवैध गैस बिक्री की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है,और नागरिकों का आरोप है कि इन सभी कार्यों में श्री पाटील का समर्थन है।इन आरोपों की सत्यता जानने के लिए प्रशासन द्वारा जांच करना बेहद जरूरी होगा।बायोडीजल माफिया और रिश्वतखोरी के इन आरोपों पर जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।

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