पंतनगर के निर्भया पथक ने 3 वर्षीय बच्ची के परिजनों खोज निकाला।
मुंबई।
सोमवार 8 जुलाई को रात बजे अपने परिजनों से बिछड़ी हुई एक 3 वर्षीय बच्ची को पंतनगर पुलिस स्टेशन की निर्भया पथक की टीम अपने कब्जे में लेकर उसके परिजनों को खोज कर उन्हें सुखरूप उनकी खोई हुई बच्ची सौंपने का बेहद ही सराहनीय काम किया है।जिसकी चौतरफा चर्चा हो रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंतनगर पुलिस के निर्भया पथक की टीम को 8 जुलाई को रात करीब 8 बजे गस्ती के दौरान एक 3 वर्षीय बच्ची रोती बिलखती हुई मिली।जिसे निर्भया पथक की टीम के पुलिस कर्मचारी पुलिस कर्मी सागर मोरे व महिला पुलिस कर्मचारी सविता जाधव ने उक्त बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसे पहले चॉकलेट और बिस्कुट खिलाया और उसे चुप कराया।वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेश केवले के निर्देश पर निर्भया पर निर्भया पथक की टीम ने बच्ची से उसका नाम पूछा तो वह अपना नाम प्रिषा बताई।लेकिन अपने माता पिता का नाम नहीं बता पाई।उसके बाद महिला पुलिस कर्मचारी सविता जाधव मैडम ने और पुलिस कर्मचारी सागर मोरे ने उक्त बच्ची को लेकर उसके परिजनों की तलाश में जुट गए।रमाबाई कॉलोनी के हर गल्ली और मुहल्ले में पूछतांछ के बाद यहां के ट्रांजिट कैंप में उक्त बच्ची के परिजन मिल गए।जिन्हें पुलिस की उक्त टीम ने पुलिस स्टेशन लाया और उनको ड्यूटी ऑफिसर के सामने खड़ा कर उचित कागजी प्रक्रिया पूरी कर जब यह पक्का हो गया की उक्त बच्ची उनकी ही है और उसके साथ कोई गैर प्रकार का कृत नहीं हुआ है तो उक्त बच्ची को उसके माता पिता को सौंप दिया गया है।जिनका नाम मनीषा मुकेश कोष्टी (27) व मुकेश जगदीश कोष्टी (35) बताया जाता है।बता दें की अपनी खोई हुई बच्ची को पाकर जहां उक्त परिवार ख़ुशी से झूम उठा हैं वही उन्होंने पंतनगर पुलिस व खासकरके यहां के निर्भया पथक का आभार माना है।
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