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ना बारात, ना बैंडबाजा, साल भर में हुए 1,032 पंजीयन विवाह



No procession, no bandbaja, 1,032 marriages registered in a year
No procession

कोविडकाल के बाद विवाह समारोह को लेकर बदला सर्वसामान्यों का दृष्टिकोण

अमरावती : कई अभिभावक अपने बच्चों के विवाह में लाखों रुपयों का खर्च करते है तथा बडी धूमधाम के साथ विवाह समारोह का आयोजन करते है. परंतु पंजीयन विवाह विभाग के आंकडे देखने पर पता चलता है कि, इन दिनों विवाह करने वाले युवक-युवतियों का रुझान पंजीयन विभाग की ओर बढ रहा है. जिले में विगत वर्ष जनवरी से दिसंबर की कालावधि के दौरान 1,032 जोडों ने पंजीयन पद्धति से विवाह किया है.

कोविडकाल में लागू किये गये विविध प्रतिबंधों की वजह से सर्वसामान्यों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. साथ ही घरेलू व सांस्कृतिक तथा सामाजिक व सरकारी सहित सभी तरह के कार्यक्रमों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाये गये थे. जिसके चलते उस कालावधि के दौरान कई विवाह समारोह 20 से 30 लोगों की उपस्थिति के बीच कम खर्च में भी आयोजित हुये. साथ ही उस दौरानक कई युवा जोडों ने पंजीयन विवाह करना पसंद किया. उसी समय से सर्वसामान्य नागरिकों का रुझान पंजीयन विवाह की ओर लगातार बढता चला गया. जिसके चलते विगत वर्ष 2023 के दौरान अमरावती जिले में 1,032 पंजीकृत विवाह हुये.

-जिले में महिना निहाय पंजीकृत विवाह

जनवरी 84

फरवरी 109

मार्च 89

अप्रैल 99

मई 119

जून 102

जुलाई 95

अगस्त 83

सितंबर 57

अक्तूूबर 55

नवंबर 62

दिसंबर 78

-धूम-धडाके का जोर हुआ कम

कोविड की लहर बीत जाने के बावजूद भी पंजीयन विवाह को अच्छा खासा प्रतिसाद मिल रहा है. कम खर्च में तथा कम लोगों की उपस्थिति में पंजीयन विवाह किया जा सकता है. जिसके चलते अब बेहद खर्चिले रहने वाले धूम-धडाके को परे रखते हुए पंजीयन विवाह करने की ओर कई युवा जोडों द्वारा जोर दिया जा

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