
मुंबई। मंगलवार 15 अक्टूबर को देवनार से बकरा भरकर मालेगांव के लिए निकले एक टैम्पो को फर्जी पशुप्रेमी गैंग के मुखिया प्रतिक ननावरे के इशारे पर काम करने वाले देवनार के हफ्ताखोरो ने मुलुंड नवघर पुलिस स्टेशन में एक गाडी जमा करवाकर मामला दर्ज करवाने का काम किया है।इसी तरह देवनार धक्का गेट पर बकरा भर रहे एक टेम्पो को भी उन्ही हफ्ताखोरो ने जमा करवाकर मामला दर्ज करवाने का बेहद ही घिनौना काम किया हैं।

देवनार कत्लखाने से मिली जानकारी के अनुसार करीब दो साल से फर्जी पशुप्रेमी हफ्ताखोर प्रतिक ननावरे व उसके गैंग में शामिल अन्य तथाकथित हफ्ताखोर प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को प्रोटेक्शन मनी के रूप में 4 से 5 लाख रुपए की हफ्ता वसूली करते थे।जिसमे से आधा पैसा प्रमुख हफ्ताखोर प्रतिक ननावरे लेता था और आधे में देवनार के हफ्ताखोर आपस में बांटते थे।उक्त वसूली ये हफ्ताखोर असली पशुप्रेमी आशीष बारीक के नाम पर वसूलते थे।जिसकी जानकारी आशीष बारीक को नहीं थी।जब उसे जानकारी लगी तो उसने इन हफ्ताखोरो की गाड़ियां पकड़ने का काम आशीष बारीक ने शुरू किया।जिसके तहत श्री बारीक ने 6 अक्टूबर को इन हफ्ताखोरो द्वारा प्रोटेक्शन मनी वसूली गई एक गाडी को पकड़ कर कोल्हापुर पुलिस के हवाले किया।यह मामला अब भी न्यायालय में लंबित है।इधर उसका बदला लेने के मकशद से प्रतिक ननावरे के इशारे पर उसकी गैंग के देवनार के तथाकथित हफ्ताखोरो ने मंगलवार 15 अक्टूबर को देवनार पुलिस से सांठगांठ कर एक छोटा टैम्पो देवनार के धक्का गेट के अंदर से पकड़वा कर देवनार पुलिस के हवाले किया है। जबकि दूसरी गाडी को पकड़वा कर मुलुंड नवघर पुलिस के हवाले किया है।पुलिस सूत्र बताते हैं की इन हफ्ताखोरो ने देवनार पुलिस से सेटिंग करके ही यहां के ब्यापारियो की गाड़ियां पकड़वाने का काम किया हैं।जिसकी चर्चा यहां जोरशोर से शुरू है।एक ब्यापारी ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर हमे बताया की हफ्ताखोर प्रतिक ननावरे के इशारे पर ही यह गाड़ियां उसके गैंग में शामिल तथाकथित हफ्ताखोरो ने पकड़वाई है।जिसके चलते यहां के ब्यापारियो गहरा आक्रोश फ़ैल गया है।
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