केनेडा सरकार का अधिकारी बनकर धोखाधड़ी
मुंबई : अपराध शाखा ने बोगस कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए दस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सात लोगों को
गिरफ्तार कर लिया है। अपराध शाखा के अधिकारी को आरे कॉलोनी में बोगस कोल सेंटर चलने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद टीम ने जोहा टेक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में छापेमरी की। जहां मौजूद पुरुष कैनेडा के नागरिकों को फोन कर
एमेजॉन कंपनी से बात करने का बहाना बताकर लोगों से धोखाधड़ी करते थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस ने मामले में शफीक सिराज बडगुजर (42), शामसुंदर रामनारायण जैस्वाल (28), निखिल विशाल कक्कर (23), सुधाकर बलराम पांडे (22), संजयकुमार रमेशकुमार राईदास (25), मोहीत विनय पटनायक (25) और करण भगवानदास गुप्ता (27) को गिरफ्तार किया गया है जबकि जिग्नेश चैहाण, सुरज सिंग और परिक्षीत पंड्या वांटेड हैं।
पुलिस कि टीम ने छापेमारी की तब पाया कि एक रम के अंदर लैपटॉप और मोबाइल लेकर लोग बैठे थे। सभी केनेडा में अंग्रेजी में
बात करते थे और एमेजॉन से बोगस कर्मचारी बनकर बात करते थे। इसके बाद दूसरा आदमी खुद को कॅनडा गव्हर्नमेंट का क्राऊन
एटॉर्नी जनरल ऑथेरीटी से होने की बात करते थे और अकाउंट से पैसे निकालने के लिए कहते थे। इसे एक एप्लिकेशन के माध्यम से इन्वेस्ट करने के लिए कहते थे जो सीधे इनके अकाउंट में आता था।
एक अधिकारी ने बताया कि जहां पर पुलिस ने छापेमारी की थी वह रॉयल पाम में एक गाला है जिसमें जोहा टेक सॉल्यूशन प्राइवेट
लिमिटेड नाम से बोगस कॉल सेंटर चलता था। इसीमें अंदर जाने पर एक कॉन्फ्रेंस रूम था, जिसमें सारे लैपटॉप, मोबाइल और लोग
बैठे होते थे। वहीं से एमेजॉन का कर्मचारी बनकर फ़ोन होता था और केनेडा गवर्नमेंट का अधिकारी बनकर दूसरा कर्मी केनेडा भाषा
के ट्यून में बात करता था। पुलिस ने मौके से 7 लैपटॉप, 7 चार्जर, 1 राउटर, 7 हेडफोन और 1 से 69 पेज के स्क्रीन शॉट का प्रिंट
आउट भी पुलिस ने लिया है। जिसमें डेटा होने की जानकारी है।
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