मुंबई। देवनार कत्लखाना से मुंबई व महाराष्ट्र से बाहर ले जाए जा रहे बकरा भेंड़ के ब्यापारियो से प्रत्येक गाडी 20 हजार की मांग की गई।नहीं देने पर नेरुल और देवनार पुलिस से मिलकर गोरक्षा की आड़ में बकरे की दो गाड़ियां पकड़ कर पुलिस के हवाले किए जाने की जानकारी मिली है।ब्यापारियो व बकरो के खिलाफ दर्ज कराए गए मामलो की सुनवाई नई मुंबई के सीबीडी व मुंबई के कुर्ला न्यायालय में शुरू है। गौरतलब है की प्रतिक ननावरे,उसका भाई गौरव ननावरे व इनके साथी जाकिर इंदापुरी उर्फ़ मोडासा, जावेद अब्दुल करीम,सफी उर्फ़ मुच्छड़,आशीष बारीक, फिरोज मौला कुरैशी व इनके अन्य साथियो ने देवनार कत्लखाना से मुंबई महाराष्ट्र अथवा महाराष्ट्र के बाहर भेंड़ बकरियो को ले जाने वाले ब्यापारियो से 20 हजार रुपये प्रति गाडी हफ्ते की मांग की थी।
जो देने से देवनार कत्लखाने के ब्यापारियो ने मना कर दिया था।जिससे खफा हुए उपरोक्त लोगो ने नई मुंबई के नेरुल पुलिस व अन्य पुलिस से मिलकर शिकायत कर जानवरो से भरे दो गाडियो को पकड़ा दिया है।इस मामले को लेकर ऑल महाराष्ट्र खटीक एशोसिएशन के अध्यक्ष अखिल ताड़े,आदिल काथावाला,महाराष्ट्र राज्य खटीक संगठन के सचिन झिंगारे व वसीम शेख के अलावा अन्य कई प्रमुख ब्यापारी व ग्वाल ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री,पुलिस महासंचालक गृहमंत्री सहित अन्य विभाग के प्रमुख अधिकारियो से शिकायत कर गौरक्षा की आड़ में हफ्ते की मांग करने वालो के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है।सूत्र बताते हैं की उपरोक्त लोग अपनी वसूली के लिए देवनार कत्लखाना के ब्यापारियो की गाड़ियां पकड़ पकड़ कर सिर्फ वसूली का काम करते हैं।जिसके लिए शक्त कार्यवाई की आवश्यकता है।ऐसी मांग इन ब्यापारियो ने भी की है।