मुंबई। दुनिया में एक एडवांस मेडिकल साइंस प्रचलित है, लेकिन अब इससे भी अधिक अच्छा साइंस आया है,जो तेजी से रिजल्ट देता है जिसका कोई प्रतिकूल असर नहीं है.यह साइंस है, NAMS ( नाम्स ) अर्थात नवजीवन अग्रिम मेडिकल साइंस ‘नाम्स’ के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर माधव देसाई (डॉक्टर एमजी देसाई,एमबीबीएस,एमडी) है. उनका मुख्य सेंटर मुंबई मे है। नवजीवन ग्लोबल हार्ट एंड हेल्थ केयर सेंटर, क्रांति मैदान गोराई -1,बोरीवली वेस्ट मे सक्रिय है. इस के अलावा अन्य सेंटर थाने बेलगाम,गोवा और बेंगलूर में सेवा उपलब्ध है.
डॉक्टर माधव देसाई जी 55 वर्ष से प्रैक्टिस करते हैं,जो ‘नाम्स’ आरोग्य शास्त्र के जनक हैं. उनके सहयोगी डॉक्टर हिरल शाह ने नाम्स आहार शास्त्र पर अनुसंधान किया है. इन दोनों शास्त्रों के समन्वय से बोरीवली स्थित उपचार केंद्र पर सफलतापूर्वक उपचार किया जाता है. डॉक्टर एमजी देसाई और डॉक्टर हिरल शाह ने एक वक्तव्य में कहा कि नान फार्मा उपचार पद्धति ‘नाम्स’ द्वारा 35 हजार से अधिक हार्ट,किडनी, कैंसर,ब्रेन,सोरायसिस,गैंगरीन जैसे असाध्य रोगों के मरीजों का उपचार सफलतापूर्वक किया गया है. कैंसर के अति मुश्किल कहे जा सकने वाले केस,पैंक्रियास के और लीवर के कैंसर के पांचवें स्टेज के मरीज ठीक हुए हैं. हर प्रकार के कैंसर और ब्रेन ट्यूमर के मामले में नाम्स का उपचार सफल हुआ है.
हार्ट के ब्लॉकेट, पंपिंग की समस्या, रूमेटिक हार्ट रोग, स्टंट फेल हुआ हो या बायपास फेल हुए लगभग 25 हजार मरीजों का उपचार पिछले 20 वर्ष में सफलतापूर्वक किया गया है. किडनी के अशक्य के रोग जैसे हाई सीरम क्रिएटिनिन, किडनी फेल, डायलिसिस के पेशेंट तेजी से ठीक हुए हैं तो बहुत से मामलों में डायलिसिस कम हुआ है. ब्रेन के असाध्य रोग ब्रेन ट्यूमर, पैरालिसिस स्ट्रोक, अल्माइजर, पार्किंसन्स जैसे रोगों पर भी नाम्स का उपचार प्रभावशाली बना है. इसके अलावा असाध्य रोग गैंग्रीन, सोरायसिस, ग्लूकोमा, आर्थराइटिस पर इस उपचार पद्धति को अच्छी सफलता मिली है.