मुंबई। मैं अपने दिल से स्कूल को प्यार करता हूँ। यह विद्यालय एक माँ और बच्चे की तरह है। यह संस्कृति का एक स्तंभ है और माता-पिता के बाद सभी के जीवन में उत्तम संस्कार उज्जवल भविष्य दिखाने वाला एक मार्ग है। यह एक सच्चाई है कि हम जिस स्कूल में पढ़े, बड़े हुए और उस स्कूल की सुखद यादें जीवन में कभी नहीं भूलती हैं। और इन्हीं यादों के सहारे घाटकोपर( प) अभ्युदय विद्यालय के वर्ष 2004के कक्षा 10वी के पूर्व छात्रों की ओर से वाशी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया।
स्कूल के पूर्व छात्र सतीश दाते, सुनील भांबरे और वैशाली हाडवाले के नेतृत्व में इस स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया।18 साल बाद कई छात्र , छात्राएं एक-दूसरे से मिले, तो अनेकों पुरानी यादें ताजा हो गईं। अनेक छात्र छात्राओं के पुराने मित्र, सहेलियों के मिलने से कई लोगों के चेहरे खिल उठे। छात्र जीवन की ये यादें उन्हें जीवन भर प्रेरित और प्रेरित करती रहेंगी
इस अवसर पर अभ्युदय विद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष आरजी हुले सर, मुख्याध्यापक एलके देशमुख सहित विद्यालय के समस्त शिक्षकगण उपस्थित थे । इस दौरान अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए अनेक शिक्षक भी छात्र-छात्राओं के साथ-साथ भावुक हो गए। कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों को शॉल, श्रीफल और उपहार देकर सम्मानित किया गया और स्नेह भोजन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।