मुबई। विरासत प्रबंधन से जुड़ी मुश्किलों के समाधान प्रदान करने वाली कंपनी, इजीइनहेरिट ने भारत सरकार द्वारा संचालित डिजीलॉकर के साथ अनुबंध किया है| इसके माध्यम से विरासत प्रबंधन के विभिन्न दस्तावेज इत्यादि को सुरक्षित रखने कि सुविधा उपलब्ध होती है। वसीयत हमेशा से परिवारों मे एक अहम् मुद्दा रहा है। विधिवत रूप से जो आपका है, उसे दावा करके हासिल कर लेना हमेशा आसान नहीं होता। इसी समस्या ने इजीइनहेरिट को जन्म दिया।
इजीइनहेरिट कि को-फाउंडर अंजलि तोलानी कहती हैं, “यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो आम आदमी को विरासत प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं- दस्तावेजीकरण, प्रोबेट्स, उत्तराधिकार, दावों और स्थानान्तरण का सुविधा प्रदान करता है। जायदाद की योजना बनाना और उत्तराधिकार के दावों को कम पेचीदा और ज्यादा असरदार बनाना इस प्लेटफॉर्म का लक्ष्य है। DigiLocker आपके दस्तावेजों को पूर्ण रूप से सुरक्षित रखता है। जैसे आपके बैंक अकाउंट में पड़े पैसे सुरक्षित रहते हैं। उसी प्रकार आप ही के मोबाइल में डिजिटल लॉकर में रखे गए सभी दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे। इजीक्लेम्स वन स्टेप से आरंभ करते हुए, कोई गमी हो जाने के बाद दावे पेश करने से जुड़ी हर गैरजरूरी परेशानी का यह एक तनाव-मुक्त समाधान है। यह सेवा कागजी कार्रवाई को सरल बनाने में मदद करती है; कानूनी दस्तावेजीकरण आरंभ करती है और सबमिशन-रेडी क्लेम डॉकेट तैयार करती है।
कानूनी लड़ाइयों को निबटाते वक्त टकराव से बचने के लिए सूझ-बूझ वाला, जानकार और जागरूक होना एक जरूरी कदम होता है। विरासत की प्रक्रिया से गुजरने के दौरान किसी का वसीयतनामा, ट्रस्ट, पॉवर ऑफ अटॉर्नी और उत्तराधिकार-पत्र को समझना आवश्यक है। यह समझने के लिए इजीलीगल एक वन-स्टॉप-शॉप है, जो गहरे भरोसे के साथ संपत्ति और विरासत के वकीलों वाली अपनी विशेषज्ञ टीम का परामर्श प्राप्त करती है।बैंक खाते और सावधि जमा, भूमि, संपत्ति और वाहनों के साथ-साथ आपके सोशल मीडिया/ईमेल खातों सहित भौतिक, वित्तीय और डिजिटल परिसंपत्तियां, ये सभी इजीपोर्टफोलियो द्वारा व्यवस्थित किए जाते हैं। सह-संस्थापक के रूप में अंजलि तोलानी तथा सौबीर बोस की अगुवाई में इजीइनहेरिट सटीक सलाह और मूल्य वर्धित सेवाएं प्रदान करके अगली पीढ़ी को धन-संरक्षण का आश्वासन देता है।