मुंबई। घाटकोपर पूर्व कामराज नगर व नालंदा नगर झोपडपट्टी के सूदखोरों का मामला पूरी तरह अब गरमा गया है।यहॉ रहने वाले कुछ सरकारी व गैर सरकारी नौकरी करने वाले लोग जरूरतमंदों को 5-10-15 -20-25 प्रतिशत इंट्रेश पर पैसा देकर उनकी मजबूरी का पूरी तरह फायदा उठाते हैं।जिसकी इन छेत्रो में जोरदार चर्चा शुरू है।यहा के लोगों का कहना है की ऐसे सूदखोरों का यहां आतंक कायम हो गया है,जिनके खिलाफ अनेक मामले प्रकाश में आ चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घाटकोपर पंतनगर पुलिस की हद के कामराज नगर,नालंदा नगर व यहॉ के आसपास में दर्जनों ऐसे लोग है जो सरकारी गैर सरकारी नौकरी में रहकर छेत्र में मजबूर जरूरतमंदों को ब्याज पर पैसा देने का अवैध धंधा करते हैं।मतलब सूदखोरी का धंधा करते हैं।एक रिक्शाचालक ने हमे बताया की हमने यहॉ के एक सूदखोर से 10 हजार रुपया इंट्रेश पर लिया था।जिसको हमने करीब 40 हजार रुपए अब तक दे दिया है फिर भी अभी तक उसका मूलधन बकाया ही है।वह जब भी नशे में चूर होता है तो गंदी गंदी गालियां देकर अपनी पत्नी के साथ उसके घर पहुंच कर इंट्रेश की मांग करता है।इसी तरह वह कई अन्य रिक्शा चालको को इंट्रेश पर पैसा देकर उनकी पत्नी बहु बेटियो के सामने जलील कर इंट्रेश मांगने का कार्य करता हैं।
पुलिस के विशेष सूत्र बताते हैं की वह केवल नाम के लिए नई मुंबई मनपा में अस्थाई रूप से काम करता है बाकी उसका मूल धंधा सूदखोरी ही है।वह खुद को छोटा राजन के गुंडों का बेहद करीबी बताता है।साथ ही साथ बड़े बड़े नेताओ का नाम लेकर वह पीडित लोगो को धमकी भी देता है।गारोडिया नगर नाके पर भी तीन चार सूदखोर सक्रिय हैं।जो यहा के रिक्शा-टैक्सी चालको और फेरी वालो को इंट्रेश पर पैसा देकर उनसे प्रतिदिन की वसूली करते हैं जिनका इंट्रेश करीब 25 प्रतिशत से अधिक पड़ता है।जिनमे वाहुले,पांडेय,मिश्रा नामक सुदखोर व उनके साथियो का भी समावेश बताया जाता है।विशेष सूत्र बताते हैं की नालंदा नगर निवासी नई मुंबई मनपा में अस्थाई सफाई कामगार के रूप में काम कर रहा एक महा सुदखोर कई बार फर्जी पुलिस वालो से फोन करवा कर भी अपने ब्याज की वसूली कर चुका है ! जिसकी जानकारी भी किसी से छुपी नहीं है।
बता दें की इसी तरह कामराज नगर के पंजाबी चाल के पास रहने वाला अन्ना और दो महिला भी सूदखोरी का काम उच्च स्तर पर करती हैं।वह लोग तो जिस किसी को ब्याज पर पैसा देते है उससे उसका आधार कार्ड रूम के पेपर सर्वे पावती अथवा फोटोपास या अन्य जरुरी कागजात लेकर अपने पास रखते हैं जिसके सहारे वह जरूरतमंदो से डबल ट्रिपल पैसा वसूलते हैं।सूत्र बताते हैं की उक्त सूदखोर पंतनगर पुलिस के मिल पेशल वालो से मिलकर अपने ब्याज के पैसे की वसूली करवाते हैं।एक अन्य पीड़ित युवक ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया की वह लोग उन्ही पुलिस वालो से भुक्त भोगियों को फोन करवा कर अपने इंट्रेश के पैसे की वसूली करते हैं।जिससे डर कर लोग जो वह मांगते हैं वह मजबूरी में देने को तैयार हो जाते हैं।
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स्थानीय लोगो,यहॉ के समाज सेवकों,प्रबुद्ध नागरिको का कहना है की पुलिस को चाहिए की ऐसे सूदखोरों की जानकारी मिलते ही उन्हें सलाखों के पीछे डाले।जिस तरह गत दिनों तिलक नगर पुलिस ने एक सूदखोर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसके पास से दर्जनों रूम एग्रीमेंट की कॉपी,फ़ोटो पास,राशन कार्ड,आधार कार्ड व अन्य कागजात बरामद करते हुए उक्त सूदखोर को सलाखों के पीछे डाला था वैसी ही कार्यवाई पंतनगर पुलिस करके ऐसे सूदखोरों को सलाखों के पीछे डालने का काम करे तो ही इन छेत्रो में सूदखोरों का आतंक कम हो सकता है !