परिशिष्ट 2 पुरवनी क्रमांक 18 व 20 में हुआ भारी झोल
मुंबई। घाटकोपर पूर्व कामराज नगर नेताजी नगर संत नामदेव सहकारी गृह निर्माण एसआरए योजना में हुए भारी भ्र्ष्टाचार की पोल अब खुल गई है।यहां के परिशिष्ट 2 में दर्ज 1874 के बाद परिशिष्ट 2 पुरवनी क्रमांक 18 व 20 में भारी झोल होने की पुख्ता जानकारी मिली है।जिसमे यहां पात्र झोपडो की संख्या 2000 से अधिक करके विकासक से मिलकर उसके चमचो ने उच्च स्तर का झोल किया है।यह जानकारी आरटीआई से निकाली गई जानकारी के बाद सामने आई है।
गौरतलब है की घाटकोपर पूर्व स्थित कामराज नगर नेताजी नगर में संत नामदेव सहकारी गृह निर्माण सोसायटी के अधीन करीब 10 साल से यहां के झोपड़ों का एसआरए योजना के तहत आर्यमान बिल्डर के माध्यम से विकास काम शुरू है।वर्ष 2019 में जारी परिशिष्ट 2 में 1874 पात्र दिखाए गए थे।उसके बाद से बिल्डर के चमचो ने मुलुंड जिला अधिकारी कार्यालय व एसआरए के कुछ अधिकारियो से मिली भगत करके करीब 200 अन्य झोपड़ों को पात्र करवाया है।जिसमें उच्च स्तर पर झोल होने की बात की जा रही है।
जानकारी के अनुसार दिनांक 01/03/2021 जा.क्र. 395–क्र.उपजि/अति/निष्का/घाट/टे-3 का.वि.के तहत जानकारी मिली है की परिशिष्ट 2 पुरवनी क्र.18 के झो.क्र 1941 व प्रारूप परिशिष्ट 2 पुरवनी क्र.20 के झो.क्र.1905 की प्रमाणित प्रत की मांग आरटीआई के माध्यम से की गई थी।उपरोक्त पत्र कार्यालय को 18/08/2020 व 25/02/2021 को मुलुंड जिला अधिकारी कार्यालय को दिए गए थे।जिसके बाद यहाँ के उप जिलाधिकारी (अति/निष्का) तथा सक्षम अधिकारी घाटकोपर ने अर्जदार को लिखित में दिया है की उपरोक्त परिशिष्ट हमारे कार्यालय द्वारा ना तो बने हैं और ना ही यहां से जारी किए गए है।उन्होंने ने अपने लिखित पत्र में यह भी कहा है की यह काम किसने किया है और किसने करवाया है यह विकासक को और उनके लोगो को मालुम होगा।मतलब जो भी फेरफार किया गया है यह गलत है।इसकी कोई भी जानकारी इस कार्यालय में उपलब्ध नहीं है।
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बता दें की यहां यह कहना अब गलत नहीं होगा की जब संबंधित अधिकारियो ने यह परिशिष्ट नहीं तैयार किया और यहां कोई जानकारी उपलब्ध ही नहीं है तो यह पूरा मामला झोल का हो सकता है।जिसकी जांच कर उचित कार्यवाई की मांग की गई है।बताया जाता है की इस मामले के शिकायतकर्ता भाविसेना-युवसेना के लालजी निषाद ने एक लिखित पत्र राज्य के मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री, गृहनिर्माण मंत्री पालकमंत्री व एसआरए के सीओ को देकर इस संबन्ध में कड़क कार्यवाई की मांग की है।लालजी निषाद ने यह भी बताया की इस मामले में अगर संबंधित अधिकारी कोई उचित निर्णय नहीं लेते है तो इस मामले को लेकर न्यायालय में याचिका दायर कर इस मामले में शामिल भ्रष्टाचारियो के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।जिसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियो व विकासक की होगी ! बताया जाता है विकास व उसके लोग यह कह रहे हैं की हमारा कुछ नहीं होगा चाहे जितनी शिकायत करो आरटीआई से जानकारी निकालो हमने सबको मैनेज किया है।बताया जाता है की 5 अप्रैल 2023 को सक्षम अधिकारी कार्यालय में हुई सुनाई के बाद यह मामला और गंभीर हो गया है।
सूत्र बताते हैं की इस मामले उप जिलाअधिकारी कार्यालय का कारकुन नीलेश जाधव व बिल्डर का सर्वेसर्वा दर्शन गामी ही प्रमुख रूप से इस मामले में दोषी हैं।उपरोक्त मामले को लेकर जब विकासक के मुख्य कर्ताधर्ता दर्शन भाई को बार बार फोन किया गया तो वह फोन उठाने को तैयार नहीं हुए !